उत्तर प्रदेश को उद्यम प्रदेश और वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार एक नया अध्याय लिखने जा रही है। आखिर राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सारथी जो बनना है उत्तर प्रदेश को।25 से 29 सितंबर के बीच ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 (यूपीआईटीएस-2024) का भव्य आयोजन में एक तरफ जहां उद्यमियों के सपनों को उड़ान मिलेगी, वहीं दुनियाभर से आए मेहमान यूपी की सांस्कृतिक धरोहरों से भी परिचित होंगे। योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस वैश्विक व्यापार महाकुंभ में 72 देशों के विजिटर्स शिरकत कर रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था में 9.2 प्रतिशत का योगदान कर माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। यह सब योगी सरकार में सुदृढ़ कानून व्यवस्था और पॉलिसी बेस्ड गवर्नेंस की वजह से ही संभव हो पा रहा है। आपको याद होगा, 2017 के पहले जब यूपी में व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं था तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रह सकती थी। इसे देखते हुए योगी सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। 27 सेक्टर की पॉलिसी सिर्फ उत्तर प्रदेश में छह माह की कवायद के बाद इसमें लगी टीम ने बताया कि 20 हजार करोड़ रुपये तक का निवेश हो पाएगा। कारण पूछने पर बताया गया कि बदनाम यूपी में कौन निवेश करना चाहेगा। फिर योगी सरकार ने कानून व्यवस्था मजबूत करने के साथ अलग-अलग 27 सेक्टर के लिए पॉलिसी बनाई। बड़े गर्व की बात है कि आज देश के किसी भी अन्य राज्य में इतने तरह की पॉलिसी नहीं है। निवेश मित्र पोर्टल के जरिए 450 तरह की एनओसी के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया। निवेश सारथी से एमओयू मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई और उत्पादन के बाद ऑनलाइन इंसेंटिव देने की व्यवस्था की गई। इसका ही नतीजा है कि जिस प्रदेश में मुश्किल से 20 हजार करोड़ का निवेश हो रहा था, वहां 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। आर्थिक और औद्योगिक विकास को मिलेगी गति अब उत्तर प्रदेश की बढ़ती कौशल क्षमता और नवाचार दुनिया के सामने अपनी चमक बिखेरने को तैयार हैं। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2.0, 25 से 29 सितंबर 2024 के बीच इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक सोर्सिंग हब के रूप में स्थापित करना है, जहां कौशल, हुनर, रोजगार और उद्यमिता के प्रमुख क्षेत्रों की गतिविधियों और उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह आयोजन उत्तर प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा, जिससे प्रदेश के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा। The World is Eyeing Uttar Pradesh! 🌍 From infrastructure to business, craft to culture, and education to innovation, Uttar Pradesh is rapidly emerging as a global sourcing hub. The remarkable transformation in the past few years has positioned the state as the Growth Engine of… pic.twitter.com/IRG13Gx91V — Transforming UP (@transforming_up) September 26, 2024 उत्तर प्रदेश के हुनर को मिलेगी वैश्विक पहचान यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन न सिर्फ उत्तर प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मंच पर लाने का जरिया है, बल्कि उनके हुनर को दुनिया के सामने पेश करने का भी एक अनूठा अवसर है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने के लिए योगी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत कई विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि प्रदेश के युवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें। यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग की इकाइयों आईटीआई और उप्र कौशल विकास मिशन की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष पवेलियन तैयार किया गया है, जिसमें 9 विशिष्ट कौशलों का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा। इसके माध्यम से, आगंतुकों को प्रदेश के उभरते कौशल, हुनर और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी मिलेगी। दूर देश तक पहुंचेगी यूपी के पकवानों की महक योगी सरकार द्वारा आयोजित इस वैश्विक व्यापार महाकुंभ में हिस्सा लेने वाले सभी विजिटर्स को वर्ल्ड क्लास एमिनिटीज का एक्सेस उपलब्ध करा रही है। इसमें आगंतुक, मेहमान और मेजबान उत्तर प्रदेश के व्यंजन का भी स्वाद चखेंगे। यहां एक या दो नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों के नामचीन पकवान परोसे जाएंगे। इसके पीछे योगी सरकार का मुख्य उद्देश्य यहां के पकवानों के स्वाद की खुशबू विदेशों तक पहुंचाना है। यूपीआईटीसी में आगरा के पंछी पेठा और मथुरा के पेड़ा का भी स्वाद मिलेगा। खुर्जा की खुरचन की महक भी आगंतुकों को लभाएगी। मेहमान बनारस के पान का स्वाद चखेंगे तो कानपुर के चाट के चटकारे ले सकेंगे। ट्रेड शो में आए मेहमान बलिया की लिट्टी-चोखा और लखनऊ के टुंडे कबाब का भी जायका ले सकेंगे। फैशन शो के जरिये उत्पादों को किया जाएगा शोकेस यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों द्वारा अपने अभिनव प्रयासों, उत्पादों को शोकेस किया जा रहा है। ओडीओपी, खादी एवं ग्रामोद्योग, ग्राम्य विकास तथा संस्कृति एवं सूचना विभाग द्वारा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से अपनी उपलब्धियों को शोकेस किया जा रहा है। साथ ही साथ प्रदेश के उभरते निर्यातकों द्वारा अपने उत्पादों के प्रदर्शन के माध्यम से अपनी दक्षता का परिचय दिया जाएगा। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस के सहयोग से वियतनाम, बोलीविया, रूस, वेनेजुएला, मिस्र एवं कजाकिस्तान के सांस्कृतिक समूहों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और उत्तर प्रदेश के पारंपरिक परिवेश एवं परिधान को दुनिया के सामने फैशन शो के जरिये प्रदर्शित किया जाएगा। रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों को इस आयोजन के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। स्टार्ट अप, ई-कॉमर्स, एक्सपोर्ट्स आदि विषयों पर तकनीकी सत्रों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से उद्यमियों और युवाओं को एक नई दिशा एवं दृष्टि प्राप्त होगी। कुल मिलाकर कहें तो माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरगामी के साथ किए गए प्रयास से यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के जरिये उत्तर प्रदेश दुनिया के आर्थिक मानचित्र पर नया इतिहास रचेगा। प्रदेश के हर जिले के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। एक जिला एक उत्पादन (ओडीओपी) योजना को बढ़ावा मिलेगा। निश्चित तौर पर यह वैश्विक व्यापार महाकुंभ उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक सोर्सिंग केंद्र के रूप में स्थापित करेगा जो प्रदेश के विविध उद्योगों और क्षमताओं को प्रदर्शित करते हुए व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा।